एजुकेशन लोन के भुगतान में चूक करने से छात्र के साथ को-एप्लीकेंट की मुश्किलें बढ़ जाती हैं. इससे क्रेडिट स्कोर खराब हो जाता है क्योंकि को-एप्लीकेंट ही इस लोन के गारंटर हैं.